चुम्बकीय गुण
आइये हम बहुत ही महत्वपूर्ण विषय के बारे में पढ़ते है। जो कि सभी स्टूडेंट के लिये बहुत ही उपयोगी हैं।
चुम्बकीय क्षेत्र में गुणो के आधार पर निम्न श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है।
◆ प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic substance)
◆अनुचुम्बकीय पदार्थ (paramagnetic substance)
◆लौहचुम्बकीय पदार्थ(ferromagnetic substance)
◆प्रतिलौहचुम्बकीय पदार्थ (antiferromagnetic substance)
◆फेरीचुम्बकीय पदार्थ (ferrimagnetic substance)
आइये हम एक एक करके सभी के बारे में जानते है।
● प्रतिचुम्बकीय पदार्थ (Diamagnetic substance)
वे पदार्थ जो चुम्बकीय क्षेत्र दुर्बल रूप से प्रतिकर्षित (चुम्बकीय क्षेत्र की विपरीत दिशा में) होते है और ये गुण प्रतिचुम्बकत्व कहलाता है।
प्रतिचुम्बकीय पदार्थों में उपस्थित सभी इलेक्ट्रॉन युग्मित होते हैं । एक निश्चित दिशा में चक्रण करते हुए इलेक्ट्रॉन द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय आघूर्ण ( magnetic moment ) विपरीत दिशा में चक्रण करते हुए इलेक्ट्रॉन द्वारा उत्पन्न चुम्बकीय आघूर्ण से पूर्णतः सन्तुलित हो जाता है । इस प्रकार युग्मित इलेक्ट्रॉनों द्वारा उत्पन्न शुद्ध चुम्बकीय आघूर्ण का मान शून्य होता है । उदाहरण- TiO2, NaCl , Benzene आदि।
●अनुचुम्बकीय पदार्थ (paramagnetic substance)
वे पदार्थ जो चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर दुर्बल रूप से आकर्षित (चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा में) होते हैं। अनुचुम्बकीय पदार्थ कहलाते है तथा ये गुण अनुचुम्बकत्व कहलाता हैं।
इन पदार्थों में अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों युक्त परमाणुओं , अणुओं अथवा आयनों की उपस्थिति के कारण इनमे स्थाई चुम्बकीय द्विध्रुव पाये जाते है । उदाहरण- O2 ,Cu2+ Fe3+ आदि।
●लौहचुम्बकीय पदार्थ(ferromagnetic substance)
, जो पदार्थ चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा प्रबल रूप से आकर्षित किये जाते हैं तथा जो चुम्बकीय क्षेत्र की अनुपस्थिति में भी स्थायी चुम्बकत्व प्रदर्शित करते हैं , लौहचुम्बकीय पदार्थ कहलाते हैं । इस प्रकार के पदार्थ को एक बार चुम्बकीय बनाने पर उसमें चुम्बकत्व स्थायी रूप से उपस्थित रहता है । आयरन , कोबाल्ट , निकिल , Cro आदि इसी प्रकार के पदार्थ हैं । Cro , का उपयोग कैसिट रिकॉर्डरों में चुम्बकीय टेप बनाने में किया जाता है । लौह चुम्बकत्व अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति के कारण उत्पन्न चुम्बकीय आघूर्णों के कारण उत्पन्न होता है ।
●प्रतिलौहचुम्बकीय पदार्थ (antiferromagnetic substance)
जिन पदार्थो अयुग्मित इलेक्ट्रॉनअयुग्मित इलेक्ट्रॉनअयुग्मित इलेक्ट्रॉन में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन उपस्थित होते है लेकिन फिर भी उनका शुद्ध चुम्बकीय आघूर्ण शून्य होता है प्रतिलौहचुम्बकीय पदार्थ पदार्थ कहलाते हैं ।
अयुग्मित इलेक्ट्रॉन की उपस्थिति के कारण इन पदार्थो लौहचुम्बकीये गुण होने चाहिए लेकिन इनमें ये गुण नही पाये जाते और इनका आघूर्ण शून्य होता हैं। उदहारण – MnO ,Mn2O3,NiO
● फैरीचुम्बकीय पदार्थ(ferrimagnetic substance)
फैरीचुम्बकीय पदार्थ वे पदार्थ हैं जिनमें काफी संख्या में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन उपस्थित रहते हैं लेकिन फिर भी उनके चुम्बकीय आघूर्ण का मान काफी कम होता है । फैरीचुम्बकीय पदार्थों में आघूर्ण समानान्तर तथा प्रतिसमानान्तर दिशाओं में संरेखित होते हैं । उदहारण-Fe3O4 ,Fe2O4 आदि।
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